युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया में गंभीर लापरवाही बरतने पर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी निलंबित

रायपुर, आपकी आवाज छत्तीसगढ़ सरकार के द्रारा शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए नीति मे भारी बदलाव करते हुए युक्तिकरण किया गया है जिसमें कई ऐसे स्कूल जहां बच्चे नहीं हैं या फिर शिक्षक नहीं है उन स्कूल को विलय करना इस प्रक्रिया में प्रदेश के कोने-कोने से आधिकारिक कर्मचारियों की लापरवाही की भी खबर आती रही ऐसे मामले मे प्रदेश सरकार सख्त है ऐसा ही एक मामला बस्तर जिले से आ रही हैं जहाँ चल रही युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया में गंभीर लापरवाही बरतने पर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी जगदलपुर मानसिंह भारद्वाज को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई कमिश्नर बस्तर संभाग डोमन सिंह के अनुमोदन पर प्रभारी कलेक्टर प्रतीक जैन द्वारा की गई है।

जारी आदेश के अनुसार, भारद्वाज ने युक्तियुक्तकरण हेतु विकासखंड जगदलपुर से जिला स्तरीय समिति को कई स्तरों पर त्रुटिपूर्ण और भ्रामक जानकारी प्रस्तुत की। जैसे नगरनार के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में कनिष्ठ शिक्षक को वरिष्ठ और वरिष्ठ शिक्षक को कनिष्ठ दिखाया गया। इसके अतिरिक्त, विवेकानंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (हिन्दी माध्यम), सेजेस, जगदलपुर की संवर्ग संबंधी जानकारी में भी गलत विवरण प्रस्तुत किया गया, जहां ई संवर्ग की शाला को टी एवं ई दोनों संवर्ग में रिक्त पदों सहित दर्शाया गया।
इसके अलावा वरिष्ठता निर्धारण, स्वीकृत एवं रिक्त पदों की सूचना में भी अनेक विसंगतियाँ पाई गईं। भारद्वाज की यह कार्यप्रणाली न केवल राज्य शासन के दिशा-निर्देशों के विपरीत है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 तथा सिविल सेवा वर्गीकरण, नियंत्रण और अपील नियम 1966 का भी उल्लंघन है। इन गंभीर त्रुटियों के आधार पर उन्हें छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियमों के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, जगदलपुर नियत किया गया है तथा उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्राप्त होगा।यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है।

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